ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) एक ऐसी समस्या है जिसमे हड्डियां घिसने लग जाती है और इसे के चलते आपको जॉइंट रिप्लेसमेंट करवाने की सलाह दी जाती है | यदि आप इस समस्या से झूझ रहें है तो आपको Knee Replacement in Ludhiana से आपकी स्थिति में सुधर आ सकता है | यह समझना ज़रूरी है की आप सबसे उच्च Orthopaedic Hospital in Ludhiana को चुने ताकि आपको सबसे नवीनतम तकनीक के द्वारा आपकी कंडीशन सही हो सके | यदि आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपने इलाज करवायँगे और सर्जरी के बाद भी आप डॉक्टर की कही बातों को ध्यान में रखेंगे तो कोई दिक्कत नहीं होगी |
नी रिप्लेसमेंट (घुटना बदलने की परिक्रिया) क्यों करनी पड़ती है?
Hunjan super-specialty hospital के सबसे बेहतरीन चिकित्सक के मुताबिक नी रिप्लेसमेंट करवाने की आवश्यकता इन कारणों से पढ़ सकती है:
- सबसे प्रमुख वजह है ऑस्टियोआर्थराइटिस, जिसमे जोड़ों में घिसाव आने लग जाता है |
- ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या 55 वर्ष से ज़्यादा लोगो में देखी जाती है |
- इस समस्या को औरतों में ज़्यादा देखा गया है |
- इस समस्या की वजह से चलने में बहुत परिशानी होती है और उसके साथ ही दर्द भी बहुत ही अधिक महसूस होता है |
- ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या की वजह से मरीज़ पालथी (cross legged) मारके नहीं बैठ सकता
है |
यदि आपकी समस्या ऐसी स्थिति में पहुँच चुकी है की आपको चलने में सहारे की ज़रुरत है तो आपको नी रिप्लेसमेंट करवाना होगा | अपनी ज़िन्दगी को बेहतर तरीके से जीने के लिए रिप्लेसमेंट सर्जरी सबसे बेहतरीन इलाज है |
कैसे होती है नी रिप्लेसमेंट सर्जरी?
जैसे की हमने पहले भी बताया है की इस स्थिति में घुटने घिसने लग जाते हैं और डॉक्टर औज़ार का इस्तेमाल करके हड्डियों को बहुत ही सावधानी से काटता है | उसके बाद सीमैंट से ज़रिए घुटने के जिस पार्ट में दिक्कत है उसको लगाया जाता है | नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के द्वारा घुटने फिर से काम करने लग जाते हैं | इस सर्जरी को करने में लगभग 1 घंटा लग जाता है |
यदि आप अपनी स्थिति में और भी ज़्यादा सुधर लेके आना चाहते हैं तो आपको डॉक्टर से रोबोटिक नी रिप्लेस्मेंट की परिक्रिया के बारे में जान लेना चाहिए | ऐसा देखा गया है की इसके द्वारा मरीज़ सर्जरी के तुरंत बाद ही चलने लग जाता है |
नी रिप्लेसमेंट के क्या–क्या फायदें होते हैं ?
इस सर्जरी के बाद मरीज़ को कोई दर्द महसूस नहीं होता है | यही नहीं, मरीज़ को भी दर्द के दवा नहीं लेता है जिससे की लिवर को परिशानी हो | पर आपको कुछ बातों को ध्यान रखना है जैसे की:
- सर्जरी के बाद पालथी मार्के कभी न बैठें |
- इंडियन स्टाइल टॉयलेट का इस्तेमाल मत करें |
यदि आप इन बातों पर गौर नहीं करते हैं तो यह संभव है की जहाँ पर जॉइंट डाला गया है वह घिसने लग जाता है | यह देखा गया है की नार्मल जॉइंट लगभग 25 साल तक रह सकता है | हाँ यह भी ध्यान रखें की आपको फ़िज़ियोथेरेपी (physiotherapy) करवानी होगी ताकि आपकी मांसपेशियां मजबूत हो सकें |
नी रिप्लेसमेंट का खर्चा कितना आ सकता है ?
यह उस बात पर निर्भर करेगा की कोनसा जॉइंट बदलना है, डॉक्टर आपको कोनसे जॉइंट लगवाने की सलाह दे रहे हैं | नी रिप्लेसमेंट की औसत लागत लगभग 1 लाख से शुरू हो सकती है |
सर्जरी की अधिक जानकारी पाने के लिए आप हमारे ऑर्थो डॉक्टर से सलाह लें सकते हैं | आपको जो भी परिशानी है आप उसके बारे में डॉक्टर से विचार विमर्ष कर सकते
हैं |
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