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किन गलत आदतों ने घुटने को बदलने पर किया मजबूर ?

गलत खानपान की वजह से हड़िया कमजोर हो जाती है, जिसके कारण घुटने में दर्द व अन्य समस्या निकल कर सामने आती है। इसके इलावा घुटने में दर्द की समस्या की बात करे तो ये पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा अपना शिकार बना रही है। इसके इलावा बच्चो में भी ये समस्या निकल कर सामने आ रही है, इनमे ये समस्या क्यों आती है, या घुटने के दर्द से निजात पाने के लिए हमे किन बातो का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

घुटने में दर्द की समस्या क्यों उत्पन होती है ?

  • घुटने में दर्द की स्थिति तब उत्पन होती है, जब घुटने में चोट, यांत्रिक समस्या और गठिया हो। चोट के कारण घुटने में अत्यधिक दर्द होता है। जिस कारण कई बार घुटने को बदलवाने की स्थिति भी उत्पन हो जाती है।

  • इसके इलावा गलत खानपान व गलत ढंग से बैठने की वजह से भी इसमें दर्द की स्थिति पैदा हो जाती है।

  • अत्यधिक मोटापा भी नुकसानदायक है।

  • घुटने में दर्द की समस्या घुटने की आर्थराइटिस शारीरिक विकलांगता के प्रमुख कारण में शामिल है

घुटने में दर्द की समस्या किस कमी की वजह से होती है ?

घुटने में दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए हमे निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए ;

  • विटामिन डी महत्वपूर्ण स्त्रोत है, हमारे शरीर व घुटनो के लिए इसलिए आपको घुटने में दर्द की समस्या है तो भरपूर धूप व विटामिन डी से भरपूर भोजन का जरूर से सेवन करे।

  • ज्यादा फ़ास्ट फ़ूड खाने से भी हमारे घुटनो में दर्द की समस्या हो जाती है। इसलिए जितना हो सके संतुलित आहार व हरी सब्जियों का खाने में इस्तेमाल करे।

  • यदि आप इन बातो को ध्यान में नहीं रखते तो आपको नी रिप्लेसमेंट सर्जरी को करवाने की जरूरत पड़ती है।

घुटने में दर्द से बचाव के लिए कौन से तरीके है सहायक ?

अनुभवी डॉक्टरों का कहना है कि घुटने में दर्द से निजात पाने के लिए व्यक्ति को खुद से ही सुचारु होना चाहिए। इसके इलावा कौन से तरीके असरदार है इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

  • पैर मोड़ कर नहीं बैठना चाहिए। क्युकि ऐसे पोस्चर में बैठने से घुटने घिसने लगते है, जिस कारण कुछ ही दिनों में घुटने में दर्द की समस्या उत्पन हो जाती है।

  • दूसरा ज्यादा खड़े होकर करने वाले काम को न करे।

  • जितना कम हो सके उतना अपने घुटने से काम ले।

  • भारतीय शौचालयों का बहुत कम ही इस्तेमाल करे।

  • घुटने की एक्सरसाइज करे। और मौसमी फलों व दूध दही को आहार में शामिल करे।

घुटने में दर्द की समस्या की शुरुआत किस उम्र से होती है ?

घुटने में दर्द की समस्या की शुरुआत की बात करे, तो महिलाओं में इसकी शुरुआत 50 की उम्र से शुरू होती है। तो वही पुरुषो में 60 की उम्र से घुटने में दर्द की समस्या उत्पन हो जाती है।

सुझाव :

यदि घुटने के दर्द ने आपका चलना फिरना मुश्किल कर रखा है, तो हुंजन हॉस्पिटल से आपको नी रिप्लेसमेंट की सर्जरी को करवा लेना चाहिए। क्युकि काफी लोगो ने इस सर्जरी का चुनाव करके घुटने के दर्द से निजात पाया है

निष्कर्ष :

घुटने के दर्द से निजात पाने के लिए आपको उपरोक्त बातो का खास ध्यान रखना है और घुटने में दर्द की समस्या होने पर किसी भी तरह के ट्रीटमेंट की शुरुआत खुद से नहीं करनी है।

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हड्डियों और जोड़ों के दर्द से निजात पाने के जानें, चमत्कार तरीके ?

हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या आज के समय में काफी गंभीर समस्या बनी हुई है। जिसका सामना तक़रीबन हर उम्र के लोग कर रहे है। इस दर्द की वजह से कई बार लोगों का चलना, खड़े होना काफी मुश्किल हो जाता है। तो आज के इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में बात करेंगे की कैसे हम इस दर्द से आसानी से निजात पा सकते है।

ऑर्थोपेडिक्स कौन होते है ?

ऑर्थोपेडिक्स कौन है, इनके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

  • ऑर्थोपेडिक्स में विशेषज्ञता रखने वाले व्यक्ति को ऑर्थोपेडिस्ट यानी हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। हड्डी रोग विशेषज्ञ विभिन्न प्रकार के मस्कुलोस्केलेटल समस्याएं, जैसे कि स्पोर्ट इंजरी, जोड़ों में दर्द और गठिया का इलाज करने के लिए सर्जिकल और नॉन सर्जिकल दोनों तरीकों का उपयोग करते हैं।

हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या क्यों उत्पन होती है ?

  • बता दे की हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या के अनेक कारण है, जैसे कि चोट, संक्रमण या बीमारी के कारण जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है। जोड़ों में दर्द होने पर आपका चलना, फिरना, उठना, बैठना या दैनिक जीवन के कामों को करना मुश्किल हो सकता है।
  • वही विटामिन डी की कमी से भी हड्डियों और जोड़ो में दर्द में दर्द की समस्या उत्पन हो जाती है।

आपको भी अगर हड्डियों और जोड़ों के दर्द ने अपनी मुठी में कस कर रखा है, तो बिना देर किए रोबोटिक घुटना बदलना की सर्जरी को करवाए और इसके दर्द से निजात पाए।

हड्डियों और जोड़ों में दर्द से निजात पाने के तरीके क्या है ?

 

इसके तरीके निम्नलिखित है ;

  • एप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल आप कर सकते है क्युकि इसमें मैग्नेशियम होता है। जो कि सूजन की समस्या से निजात दिलवाता है।
  • आप मेथी दाना भी इसके उपचार में इस्तेमाल कर सकते है। बस आपको करना ये है कि आपको मेथी दाना रात भर भिगो देना है और सुबह इसके पानी को पी जाना है, और इसके दाने का पेस्ट बना कर अपने दर्द वाली जगह पर आपको लगाना है।
  • जोड़ों का दर्द होने पर आपको लहसुन के तेल से मालिश करना चाहिए। और इसको बनाने के तरीके की बात करे तो इसमें आपको 3 से 4 लहसुन की कलियां लेनी है और सरसो के तेल में डाल कर उसको हल्का भूरा होने तक गर्म करना है। फिर हल्के हाथो से दर्द वाली जगह पर लगाना है।
  • हल्दी भी काफी सहायक है, हड्डियों और जोड़ों के दर्द से निजात दिलवाने में। इसको बनाने के तरीके की अगर बात करे। तो आपको एक कप दूध में एक चम्मच हल्दी, ग्राइंड किया हुआ अदरक, एक चुटकी काली मिर्च और स्वाद के हिसाब से आप शहद मिला सकते है।
  • जैतून का तेल जोड़ो के दर्द से निजात दिलवाता है, बस आपको दिन में दो बार जैतून के तेल से दर्द वाली जगह पर मालिश करना है।

यदि आपको जल्दी दर्द से राहत चाहिए, तो उपरोक्त बातो के साथ हुंजन हॉस्पिटल से सर्जरी करवाने के बारे में भी सोच सकते हो।

निष्कर्ष :

दर्द कोई भी हो चाहे वो जोड़ों से जुड़ा हुआ हो या सम्पूर्ण शरीर का दर्द हो, इससे निजात सभी पाना चाहते है। क्युकि बाद में ये छोटा सा दर्द खतरनाक दर्द की जगह को ले लेता है। इसलिए समय रहते इस दर्द से निजात पाने की कोशिश करे और उपरोक्त बातो का खास ध्यान रखे।

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घुटने के ऑपरेशन के तरीके को अपनाकर आप भी पाए इसके दर्द से आराम !

घुटने में दर्द की समस्या क्यों उत्पन होती है, हम इसके बारे में आज के लेखन में बात करेंगे और साथ ही ये बात भी करेंगे कि हम इससे निजात कैसे पा सकते है। क्युकि घुटने का दर्द बहुत ही दर्दनाक और असहनीय होता है।

घुटने की सर्जरी क्या है ?

घुटने की सर्जरी वह सर्जरी है, जिसको करवाने के बाद आप इसके दर्द से निजात पा सकते है। इसके इलावा घुटने की सर्जरी और क्या है, इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे;

  • नी रिप्लेसमेंट, जिसे टोटल नी रिप्लेसमेंट या नी आर्थ्रोप्लास्टी के रूप में भी जाना जाता है, एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें सर्जन हड्डियों की क्षतिग्रस्त सतहों को बदल देते हैं। जो एक कृत्रिम सामग्री या इम्प्लांट के साथ घुटने के जोड़ को बनाते हैं। 
  • यह गठिया, आघात या चोट के मामलों में घुटने के कार्य में भी सुधार कर सकता है। घुटने की सर्जरी में जिस इम्प्लांट का उपयोग किया जाता है, वो जोड़ मुख्य रूप से धातु मिश्र धातु, उच्च ग्रेड प्लास्टिक और पॉलिमर से बना होता है। 

यदि आप घुटने के दर्द से परेशान है और घुटने की सर्जरी को करवाना चाहते है, तो रोबोटिक घुटना बदलना की सर्जरी का उपचार जरूर करवाए।

घुटने की सर्जरी के प्रकार क्या है ?

घुटने की सर्जरी मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है ;

  • कुल घुटने के प्रतिस्थापन ऑपरेशन, में आपकी जांघ की हड्डी (फीमर) के अंत में संयुक्त सतह और आपकी पिंडली की हड्डी (टिबिया) के शीर्ष पर संयुक्त सतह को बदलना शामिल है।
  • एकल-विभागीय घुटने के प्रतिस्थापन सर्जरी में यदि गठिया आपके घुटने के केवल एक तरफ को प्रभावित करता है, तो आमतौर पर भीतरी तरफ का आंशिक घुटने का प्रतिस्थापन संभव हो सकता है।
  • नीकैप रिप्लेसमेंट प्रतिस्थापन में केवल घुटने की टोपी की निचली सतह और उसके खांचे (ट्रोक्लीअ) को बदलना शामिल है।
  • जटिल या पुनरीक्षण घुटना बदलने वाली सर्जरी, की जरूरत तब होती है। जब आपका गठिया बहुत गंभीर है।

घुटने की सर्जरी से पहले क्या किया जाता है ?

घुटने की सर्जरी से पहले डॉक्टर मरीज़ की मेडिकल हिस्ट्री को जरूर देखते है।

  • इस सर्जरी के आठ घंटे पहले मरीज़ का खाना बंद कर दिया जाता है। 
  • शारीरिक परीक्षण करना जिसमे ब्लड टेस्ट और एक्सरे शामिल होते है। 
  • ऑपरेशन से पहले मरीज़ का शरीर अनुकूल रहे, इसके लिए डॉक्टर व्यायाम करने की सलाह देते है।  

घुटने की सर्जरी कैसे की जाती है ?

घुटने की सर्जरी को डॉक्टरों के द्वारा निम्न तरीके से किया जाता है ;

  • मरीज को एंट्रावेनिय्स लाइन को लगाना ताकि मरीज को मुश्किल ना हो।
  • इसके बाद त्वचा या घुटने के स्किन को शेव करना। 
  • फिर घुटने की सर्ज़री को करने से पहले व्यक्ति को दर्द न हो, इसके लिए मरीज को एनेस्थीसिया की दवाई दी जाती है। 
  • इसके बाद डॉक्टर घुटने के सामने वाले हिस्से पर कट लगाते है। 
  • इसमें जोड़ के प्रस्तावित अंगो को हटा दिया जाता है। 
  • जब घुटने के प्रस्तावित अंगो को हटा दिया जाता है, तो उसके बाद कृत्रिम जोड़ आर्टिफीसियल इम्प्लांट का प्रत्यारोपण किया जाता है।

आप भी घुटने के दर्द से परेशान है तो जल्दी ही इसका उपचार करवाए या आप इसका उपचार हुंजन हॉस्पिटल से भी करवा सकते है। 

निष्कर्ष :

यदि घुटने के दर्द की वजह से आपका चलना फिरना मुश्किल हो रहा है, तो इस दर्द में रहने से अच्छा है कि आप समय पर इसकी सर्जरी का चुनाव करे।

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गठिया या घुटने में लगे चोट से निजात दिलवाने में कैसे सहायक है घुटना सर्जरी ?

घुटने का दर्द क्या है ?

घुटने का दर्द बढ़ती उम्र के साथ उत्पन होने वाली एक समस्या है। जिसका सामना एक उम्र को क्रॉस करने के बाद सबको करना पड़ता है। घुटने का दर्द क्या है इसके बारे में और बातें हम इस पूर्ण लेखन में करेंगे ;

  • बता दे कि जब घुटने में दर्द होता है तो इसके कारण बर्साइटिस, गाउट, टेंडनाइटीस या आर्थराइटिस जैसी कई गंभीर बीमारी होती है। ऐसी में घरेलू उपायों का भी लोगों पर कोई फायदा नहीं होता। 
  • तो वहीं इस स्थिति में घुटने के दर्द से निजात दिलवाने के लिए डॉक्टर इलाज के रूप में दवाइया, तेल या सर्जरी का उपयोग भी करते हैं।
  • इसके इलावा यदि आपके गठिया में दर्द है तो ये भी आपके जोड़ो के दर्द या घुटने के दर्द की श्रेणी में शामिल होगा। 

घुटने में दर्द के क्या कारण है ?

घुटने में दर्द के निम्नलिखित कारण है जिम्मेदार, जैसे ; 

  • आर्थराइटिस। 
  • बर्साइटिस। 
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस। 
  • गाउट। 
  • हड्डियों का कैंसर। 
  • हडियो का कमजोर होना। 
  • पैर मोड़कर लंबे समय तक बैठना। 
  • मोटापा के कारण घुटने पर प्रेशर का पड़ना। 
  • खेल कूद के दौरान घुटने में चोट का लगना। 
  • काम के दौरान घुटने पर अधिक बल पड़ना भी इसके कारण में शामिल है। 

घुटने की सर्जरी करवाने से पहले किन बातों का रखे ध्यान ?

घुटने की सर्जरी करवाने से पहले यदि आप निम्न कुछ बातो को ध्यान में रखे तो आपको इस सर्जरी को करवाने के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा ;

  • डॉक्टरों के द्वारा आपका मेडिकल टेस्ट होगा। 
  • यदि आपको किसी दवा, लेटेक्स, टेप और एनेस्थेटिक चीजों से एलर्जी है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें। 
  • अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं और हर्बल सप्लीमेंट्स के बारे में सूचित करें जो आप ले रहे हैं।
  • यदि आप गर्भवती हैं या संदेह है कि आप गर्भवती हैं, तो आपको अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए।
  • आपको प्रक्रिया से आठ घंटे पहले, आम तौर पर आधी रात के बाद खाने को कुछ नहीं दिया जाएगा।

यदि आप घुटने के दर्द से काफी परेशान है, तो बिना समय गवाए रोबोटिक घुटना बदलना की सर्जरी को अपनाए।

घुटने की सर्जरी कैसे की जाती है ?

घुटने की सर्जरी को डॉक्टरों के द्वारा निम्न तरीके से किया जाता है, जैसे ;

  • सर्जरी से पहले सभी जरूरी कामों को करने के बाद डॉक्टर घुटने के हिसे में एक चीरा लगाते है।
  • डॉक्टर घुटने के जोड़ की क्षतिग्रस्त सतहों को हटाकर उस जगह पर बनावटी अंग लगाते है। ताकि मरीज़ को आराम मिल सके। 
  • आपको बता दे कि घुटने का बनावटी अंग मेटल और प्लास्टिक दोनो से बना होता है। 
  • तो वही चीरे को टांके या सर्जिकल स्टेपल से बंद कर दिया जाता है। फिर तरल पदार्थ को निकालने के लिए चीरा स्थल में एक नली रखी जाती है। इसके बाद हिस्से को पट्टी से बांध दिया जाता।

सुझाव :

 यदि आप घुटने के दर्द से हमेशा के लिए निजात पाना चाहते है तो ज्यादा समय न बर्बाद करते हुए हुंजन हॉस्पिटल से अपनी इस परेशानी का इलाज करवाए। ताकि आपको चलने,फिरने या घूमने में किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। 

निष्कर्ष :

उपरोक्त घुटना सर्जरी की बातों को जानने के बाद यदि आप भी अपने घुटने की सर्जरी करवाने के बारे में सोच रहे है तो ज्यादा समय न बर्बाद करते हुए किसी अच्छे हॉस्पिटल का चुनाव करे ताकि आपकी परेशानी का हल हो सके।

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घुटने के ऑपरेशन से पाए, सालों पुराने घुटनों के दर्द से निज़ात ?

रोबोटिक घुटना सर्जरी क्या हैं ?

 रोबोटिक घुटने की सर्जरी आम तौर पर उसे कहा जाता हैं जो पूरे पैर के सीटी स्कैन पर आधारित होती है, जिससे कि प्रत्येक घुटने के लिए एक अनुकूलित योजना तैयार करने में सहायता मिलती है। रोबोटिक सर्जरी की वजह से घुटने के अधिकांश भाग को बिल्कुल समान बनाए रखने में सहायता भी मिलती हैं।

  • इस सर्जरी या ऑपरेशन की जरूरत हमे तब होती हैं जब हम असहनीय घुटने के दर्द की पीड़ा से जूझ रहे हो और उस से निजात पाना चाहते हो।

घुटनों में दर्द के कारण क्या हैं ?

घुटनो में दर्द के कई कारण हो सकते हैं व कुछ बीमारिया को भी इसके कारण की वजह को माना जाता हैं। जैसे..,

० बर्साइटीस इसमें दर्द इसलिए होता हैं क्युकि अत्यधिक घुटनो का हम इस्तेमाल करते हैं।

० डिस्लोकेशन की समस्या तब होती हैं जब घुटने की हड्डी टूट जाती हैं।

० गाउट के कारण घुटनो में दर्द का होना और ये तब होता है जब हमारे शरीर में यूरिक की मात्रा अधिक इकठी हो जाती हैं।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए ?

 > यदि घुटना शरीर का भार न सहन कर पा रहा हो।

> घुटनो में सूजन का दिखाई देना।

> घुटने को पूरी तरह सीधा करने व मोड़ने में दिक्कत का आना इत्यादि।

यदि इनमे से एक भी लक्षण अगर आपमें दिखाई दे तो नज़रअंदाज़ न करें बल्कि तुरंत डॉक्टर के पास जाए। या रोबोटिक घुटना बदलने की सर्जरी जहा होती हो वही बिना समय बर्बाद किए इसका इलाज करवाए।

क्या घुटने की सर्जरी कामयाब हैं ?

 > घुटने की प्रत्यारोपण सर्जरी में रोगग्रस्त जोड़ को कृत्रिम जोड़ से बदल दिया जाता है।

> जिससे मरीज़ अपने कृत्रिम जोड़ की मदद से शारीरिक गतिविधियाँ और अपने कार्य आसानी से कर सकता है।

> तो वही घुटने के प्रत्यारोपण सर्जरी से घुटने के दर्द में राहत मिलती है। बता दे कि घुटने के प्रत्यारोपण सर्जरी की

सफलता की दर लगभग 98% से अधिक रहती है।

> इस सर्जरी को करवाने के बाद आप इसके दर्द से कम से कम 15 से 20 साल तक निजात भी पा सकते हैं।

लक्षण क्या घुटने के दर्द के ?

> घुटने को मोड़ने व सीधा करने में तकलीफ का अनुभव करना।

> घुटने में सूजन का होना।

> पैरो को हिलाते वक़्त हड्डी टकराने की आवाज़ का आना।

> दर्द वाली जगह पर लालिमा का छा जाना।

इलाज क्या है घुटने की सर्जरी का ?

 घुटने की प्रत्यारोपण सर्जरी में रोगग्रस्त जोड़ को कृत्रिम जोड़ से बदल दिया जाता है, जिससे मरीज़ अपने कृत्रिम जोड़ की मदद से शारीरिक गतिविधियाँ और अपने कार्य कर सकता है।

  • घुटने के प्रत्यारोपण सर्जरी से घुटने के दर्द में राहत मिलती है। घुटने की प्रत्यारोपण सर्जरी की सफलता की दर लगभग 98% से अधिक है। हालांकि, सर्जरी के कुछ जोखिम और लाभ भी शामिल हैं।
  • सर्जन द्वारा आपको सर्जरी के बाद के परामर्श के दौरान व्यायाम और फिजियोथेरेपी करने की सलाह दी जाती है।
  • घुटने की सर्जरी से ठीक होने में कुछ महीनों का समय लगता है।
  • इस उपचार में डॉक्टर ग्रस्त एरिया को ही हटाते हैं।

निष्कर्ष :

यदि घुटने के दर्द ने आपको भी परेशान कर रखा है तो बिना समय गवाए बेहतरीन उपकरणों से तैयार हुंजन हॉस्पिटल से अपना ट्रीटमेंट करवाए। क्युकि यहाँ पर इलाज काफी अच्छा किया जाता हैं और मरीज़ो ने भी अपने घुटने के दर्द से राहत पाया हैं यहाँ इलाज करवा कर।

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रोबोटिक सर्जरी की मदद से घुटने के दर्द से आराम पाना हुआ आसान |

 रोबोटिक या रोबोट की सर्जरी क्या हैँ ?

 रोबोटिक सर्जरी से तात्पर्य ऐसी सर्जरी से है, जिसे रोबोट आर्म या मैन्यवल तरीके से किया जाता है। तो वहीं इसकी प्रक्रिया काफी हद तक लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तरह ही होती है, लेकिन इसमें केवल यह अंतर होता है कि इस सर्जरी में कंप्यूटर की सहायता ली जाती है।

  • रोबोटिक घुटने की सर्जरी पूरे पैर के सीटी स्कैन पर आधारित होती है, जिससे कि प्रत्येक घुटने के लिए एक अनुकूलित योजना तैयार करने में सहायता मिलती है।
  • रोबोटिक सर्जरी की वजह से घुटने के अधिकांश भाग को बिल्कुल समान बनाए रखने में सहायता मिलती हैं। तो दूसरी और बहुत कम समय में डॉक्टरों के द्वारा रोबोटिक पेटेलोफेमोरल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी को मुकम्ल किया जाता हैं।

जरूरत क्यों पड़ती है घुटने के सर्जरी की ?

  ० घुटना बदलने वाली सर्जरी की जरूरत उन लोगों को पड़ती है, जिन्हें गंभीर गठिया या घुटने की गंभीर चोट है।

० इस प्रक्रिया को आर्थ्रोप्लास्टी या टोटल नी रिप्लेसमेंट भी कहा जाता है। यह गठिया या चोट से डैमेज हुए घुटने को

बदलकर सही करने में मेडिकल की सहायक सर्जरी में से एक है।

० तो वही अत्यधिक घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए भी इस सर्जरी की आवश्यकता हमे पड़ सकती हैं।

घुटने की सर्जरी करवाने से पहले किन बातों का रखें ध्यान :

  > यदि आपके घुटने में स्थिर दर्द और लगातार सूजन रहता है, तो यह सर्जरी आपके लिए सहायक होगी।

> आप जिनसे भी अपने घुटने की सर्जरी करवाने की सोच रहे है उनके बारे में जानकारी एकत्र करना।

> अच्छे हॉस्पिटल का चुनाव।

> सर्जरी के दौरान 1 से 2 घंटे तक आपको स्थिर इस सर्जरी को करवाना पड़ता हैं।

यदि आप घुटने के दर्द से ज्यादा परेशान है तो रोबोटिक घुटना बदलने की सर्जरी का चुनाव कर सकते हैं।

घुटने के सर्जरी की लागत क्या हैं ?

 इस सर्जरी की लागत इसके उपचार और हॉस्पिटल पर निर्भर करती हैं।

  • तो वही अगर भारत में इस सर्जरी क्र खर्चे की बात करें तो औसत खर्च 1,80,000 से लेकर 4,50,000 रूपये तक हो सकती है जिसमें अस्पताल में भर्ती और पोस्टऑपरेटिव प्रबंधन की राशि भी शामिल होती है।
  • इसके साथ ही आप कम लागत में पीएफओ विधि का इस्तेमाल भी कर सकते है घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए।

रोबोटिक घुटने की सर्जरी का उपचार डॉक्टर कैसे करते हैं ?

  सबसे पहले इस ऑपरेशन के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बनाई जाती हैं। इसके बाद रोबोट की सहायता से सर्जरी की शुरुआत होती हैं।

 घुटनों या अन्य जोड़ों का अगर दर्द होता है तो डॉक्टर्स हल्दी के दूध का सेवन करने को बोलता है। तो वही इस दूध का सेवन रात को सोने से पहले करना होता हैं।

  • इस ऑपरेशन की प्रक्रिया के दौरान, सर्जन हड्डी और रोगग्रस्त हिस्सों को हटा देता है।
  • इसमें डॉक्टर या सर्जन केवल घुटने के प्रभावित हिस्से को ही बदलता।

निष्कर्ष :

यदि आपके घुटनो में अत्यधिक दर्द है जिसकी वजह से आपका चलना मुश्किल हो रहा है। तो आपको रोबोटिक घुटने की सर्जरी के लिए अच्छे सर्जन और हॉस्पिटल का चुनाव करना चाहिए। या फिर आप हुंजन हॉस्पिटल में आकर भी इसका इलाज करवा सकते है। क्युकि यहाँ पर घुटने की सर्जरी से जुड़े जिन भी ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया जाता हैं वो यहाँ पहले से ही मौजूद है। और साथ ही इस सर्जरी को करने का अनुभव भी काफी सालों का है, यहाँ के डॉक्टर्स में।

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अब दर्द से राहत दिलवाने में एहम भूमिका निभाएगी रोबोटिक घुटना बदलने की सर्जरी

क्या है रोबोटिक घुटने की सर्जरी ?

  • रोबोटिक घुटने की सर्जरी पूरे पैर के सीटी स्कैन पर आधारित होती है, जिससे कि प्रत्येक घुटने के लिए एक अनुकूलित योजना तैयार करने में सहायता मिलती है।
  • वही दूसरी तरफ घुटना प्रत्यारोपण एक बहुत ही सटीक सर्जरी है जहां प्रत्यारोपित किए गए इम्प्लांट के लंबे समय तक चलने और सामान्य रूप से कार्य करने के लिए उसका सही तरीके से तंदरुस्त होना बहुत आवश्यक है
  • तो वही अगर पारंपरिक तकनीकों में सर्जरी की बात करें तो इस सर्जरी में आमतौर पर एक्स-रे शामिल है, जिसमें इम्प्लांट्स के प्रत्यारोपण के लिए हड्डी के सिरों को फिर से आकार देने के लिए मैनुअल जिग्स उपलब्ध होते हैं। 

क्यों जरूरत पड़ती है घुटने के सर्जरी की ?

  • बता दे की यह सर्जरी मुख्य रूप से आर्थराइटिस के मरीजों के लिए जरूरी मानी जाती है
  • तो वही दूसरी तरफ अगर बात करे इस सर्जरी की तो जिनके जोड़ों में अत्याधिक दर्द हो और इस दर्द के कारण उनकी गति सीमित हो जाए तो ऐसे लोगो को भी इस सर्जरी की आवश्कता पड़ सकती है 
  • खान-पान में कमी की वजह से भी हमे इस सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती हैं

क्या घुटने की सर्जरी सफ़ल होती है या नहीं ?

  • इस सर्जरी की अगर बात करे तो ये अभी तक के इलाज में 90% कारीगर सिद्ध हुई हैं
  • तो वहीं  नए घुटने के जोड़ की लंबी उम्र सुनिश्चित करने के लिए अगर रोगी अपने अनुशंसित व्यायाम, स्ट्रेच और भौतिक चिकित्सा का पालन अच्छे से करे तो इस सर्जरी का फायदा हैं
  • तो वही कुछ डॉक्टर्स का कहना है की अगर मरीज़ को अपने घुटने के दर्द में कम पैसो में राहत चाहिए तो उसको लिए पीएफओ विधि का चुनाव करना चाहिए

सुझाव :

     यदि आप घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए रोबोटिक घुटना बदलने की सर्जरी करवाना चाहते है तो किसी अच्छे आर्थोपेडिक चिकित्सक से जरूर मुलाकात करे 

घुटने के दर्द में आराम पाने के लिए किन बातों का रखे ध्यान :

इस दर्द से राहत पाने के लिए निम्नलिखित बातो की तरफ हमें ध्यान रखना चाहिए, जैसे….,,

  • घुटनों के बीच में तकिए का सहारा लेकर सोए 
  • बिस्तर से बाहर निकलने के लिए खुले और आरामदायक कपडे पहने 
  • आराम देने वाली तकनीकों (किताबे पड़े,गाने सुने) का इस्तेमाल करे 
  • दर्द और तनाव को मेरिटेशन करके मैनेज करे 
  • समय पर दवाइयां ले 
  • दिन के दौरान दर्द प्रबंधन से राहत पाने के लिए कम चले

खर्चा कितना आता है इस सर्जरी में :

  • बता दे की भारत में घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी करने की औसतन कीमत का खर्च 1,80,000 से लेकर 4,50,000 रूपये तक का हो सकता हैं जिसमें अस्पताल में भर्ती और पोस्टऑपरेटिव प्रबंधन की राशि भी शामिल होगी 
  • तो वही दूसरी तरफ कुछ डॉक्टर्स का कहना है कि पीएफओ विधि घुटने के दर्द से राहत दिलवाने के साथ-साथ हमें खर्चे से भी बचाती हैं और है इस विधि में न तो घुटने को खोलने की जरूरत पड़ती है और न ही उसके अंदर या बाहर कोई आर्टिफिशियल अंग प्रत्यारोपित किया जाता हैं

निष्कर्ष :

यदि आप लुधियाना में रहते हो और घुटनो के दर्द से काफी परेशान हो तो एक बार लुधियाना में ही HUNJAN HOSPITAL में जरूर आए क्युकि यहाँ पर घुटनो के दर्द का इलाज काफी अच्छा किया जाता हैं और अगर आप यहाँ आए तो एक बार आर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट Dr. Balwant Singh Hunjan से जरूर मुलाकात करे और अपनी परेशानी का यथासंभव हल पाए

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Prevention & Treatment of Common Orthopaedic Problems in Aged People

You must have heard people saying that orthopedic problems in old age are common, but the biggest issue because of which these orthopedic problems become serious is the unawareness in people about this health issue.

And in the serious stage of their problem, they’ll be looking for the best orthopedic hospital in Ludhiana.

The major reason behind creating this blog is to make people aware of the prevention and treatment of common orthopedic problems in old age with the help of which people can cure minor issues at their home only.

Secondly, this blog will help you know when is the right time to visit a doctor and start the treatment.

Common Orthopaedic Problems Faced in Old Age

 As we grow old, our body starts showing a lot of problems, and orthopedic problems are some of the major issues faced. Let us have a look at some of them:

  • The first and most common problem faced is osteoarthritis, in which the hands, ankles, fingers, and knees are majorly targeted. Under this issue, the person would not be able to complete his/her daily tasks because the flexibility from their joints will be reduced.
  • As people grow old, the nutrients and other important factors start decreasing in their body which leads to lower bone strength, and due to this problem, people face a lot of fractures.
  • When you are young and if you fall, your body can easily bear it, but when you are old, you cannot bear such things, and that leads to bone dislocation as well, which is the third most common orthopedic problem faced.
  • You can also face tooth breakage issues in such cases, and in that situation, you can visit the best dentist in Ludhiana, which is Hunjan Hospital.
  • The final and other most common orthopedic problem is reducing bone mass in old age people. Due to this issue, they face a lot of pain-related issues.

Orthopaedic Problems Prevention Tips For Old Age People

 Here are some basic tips with the help of which you can prevent yourself from orthopedic problems.

  • Make sure that you are maintaining a healthy weight no matter if you are in your old age. Most orthopedic problems take place in people who have a higher body weight.
  • Ensure that you are moving your body in a way or two. You can go for evening walks on a daily basis, in this way you can easily stay active and energetic. Hence your chances for orthopedic problems decrease.
  • Never wear tight shoes; make sure that you are wearing comfortable shoes that offer soft soles. In this way, you can keep yourself away from any type of fall that can lead to orthopedic problems later.
  • Create a habit of weekly or monthly checkups with your doctor, with the help of which you can know about your overall health.

Conclusion:

 Minor orthopedic problems in old age can become serious in no time. Hence make sure that you are taking care of yourself and the old age people around you. If you are looking for the best orthopedic hospital, Hunjan Hospital is the right place for you.

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Orthopedic doctor

What are the Different Types of Orthopedic Doctors you have to know?

Finding the appropriate specialist to get you moving again pain-free is crucial if you’ve ever experienced bone, joint, or muscular discomfort. There are several various types of orthopedic pain, including acute, chronic, and intermittent. It could be brought on by an illness, an injury, or overuse. Finding the best kind of doctor for your needs is the key to recovery.

After medical school, orthopedics is a specialty that requires years of study. Many orthopedic specialists develop subspecialties or body part-specific expertise. They might hone their expertise in treating particular body parts as a result.

Here are a few popular types of orthopedic doctors:

Hand surgeons handle problems with the wrist and hands. After evaluating your specific problem, they might advise physical therapy, medications, injections, or the use of a brace, splint, or cast. Additionally, they might do therapeutic procedures like surgery. Hand surgeons can treat a variety of disorders, including carpal tunnel syndrome, arthritis, trigger finger, Dupuytren’s contracture, hand or wrist fractures, ganglion cysts, and sprained or broken fingers.

The primary focus of the work of arm and shoulder specialists is on diseases and/or issues involving the arm and shoulder. In addition to surgery, various treatments including therapeutic injections, physical therapy, therapeutic exercises, and immobilization are frequently effective in treating a variety of arm and shoulder conditions. Arm and shoulder specialists commonly treat issues such as arthritis, bursitis, tendonitis like tennis or golfer’s elbow, rotator cuff tears, dislocated shoulders, frozen shoulders, and fractures.

Joint replacement surgeries are among the steps of the scientific method orthopedic surgeons perform successfully. These could include revisions of previous joint replacements, total shoulder replacements, reverse shoulder replacements, total knee replacements, partial knee replacements, total hip replacements, and partial hip replacements. One or two major joints may be the sole focus of some orthopedic surgeons. Surgery may be performed using minimally invasive procedures, the classic or open method, or both, depending on your unique situation. You can rest easy knowing that your surgeon has the training, experience, and skills necessary to handle any surgical demands you could have.

Sports medicine specialists are orthopedic physicians who focus on managing illnesses and injuries arising from athletic activity or participation in sports. This covers any injuries you might sustain while exercising or participating in a sport, as well as any illnesses you might experience in such an environment. There are several similarities between sports medicine and other types of orthopedic experts. As a result, you might be able to visit various orthopedic specialists for treatment.

The Best Orthopaedic Hospital in Ludhiana is multidisciplinary, assembling top orthopedic specialists from several specialties to work as a team to meet any orthopedic requirements. Look no further than Hunjan Hospital for an orthopedic team that is skilled, sympathetic, and welcoming. Our Orthopaedic Surgeon In India would love to assist you in leading an active and pain-free life because they have a wealth of experience treating all types of orthopedic problems. Call +91 (855) 602-4365 to schedule an appointment. Online appointment requests are also available. We are ready to help you soon!

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orthopaedic doctor Spine Surgery

What are the differences between spine surgeons & neurosurgeons?

Whenever someone has to get their spine surgery, they are always confused because there are two options: orthopaedic spine surgeon and neurosurgeon. In the past, neurosurgeons were only handling brain issues, but now they are also doing spine work which creates confusion for patients. And if you are also one of those confused ones, then you can visit Hunjan Hospital, an Orthopaedic Hospital in Ludhiana.

Moreover, they have the best Orthopaedic Surgeon In India, so you can visit there to get excellent treatment. However, let’s learn more about orthopaedic surgeons and neurosurgeons in the following paragraphs.

Information about spine surgeons and neurosurgeons

  • Spine Surgeons

Orthopedic surgeons are specialists in the surgeries of spine, and they spend almost all their time providing excellent spine care to their patients. And they also provide lucrative limb trauma, arthroscopy, and joint replacement surgery. So it is pretty clear that they can provide you with excellent results for your spinal surgery.

  • Neurosurgeons

There is no doubt that chances are very less that you will find a neurosurgeon giving all your time to spine care. Because they usually deal with patients who suffer from neurological issues. Hence, it would be a great option for you to get in touch with a specialist spine surgeon in order to get good results from your surgery.

Orthopedic spine surgeons have proper training

Undoubtedly, in order to become a successful spine surgeon, they have to complete their studies for a long time. It is not enough orthopaedic surgeons to complete their training and perform some surgeries on the dummies. After completing all these necessary training, they start giving treatments or surgeries to their patients.

Moreover, there are many bone joints in the body, such as knees, wrists, elbows, necks, and ankles but the structure of spinal bone is pretty complicated. That is why it requires proper skills in order to provide positive results from spine surgery.

However, a neurosurgeon spends all their time attaining knowledge about neurological issues and the functioning of the brain. And they also get training for the best brain care and surgeries. But in the last one or two decades, neurosurgeons are also adopting the work of spine surgeries as they are trained to remove some spinal tumours.

There is no doubt that neurosurgeons can also provide spinal surgery, and there are charges that your surgery may be successful. But as orthopaedic surgeons, they spend all their time in the specific field of spine care and surgeries; hence they have more knowledge. And chances are maximum that your surgery will be successful if you will get your surgery from a specialist in spine surgeries.

Final words

Get in touch with Hunjan Hospital because at that place, you will get in touch with the experts in spinal care, and you can get your desired quality of treatment.